Thursday, November 24, 2016

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*"भाग्य बारिश का पानी है*
*और..*
*परिश्रम कुंए का जल*....

*बारिश में नहाना आसान तो है*,
*लेकिन....*
*रोज नहाने के लिए हम बारिश*
*के सहारे नहीं रह सकते...!!*

*इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी*
*चीजे आसानी से मिल जाती है,*
*किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी सकते...!!*

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