Thursday, January 5, 2017

धीरे धीरे पढिये

👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योंकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी अजब परिभाषा है.. सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी वीडियो गेम सी हो गयी है एक लेवल क्रॉस करो तो अगला लेवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखों रुपये पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो, क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता

​अगर भूल से भी कभी आपको​
​गर्व हो जाये की मेरे बिना तो​
​यहाँ काम चल ही नहीं सकता..​
​तब आप अपने घर की दीवारों पर​
​टंगी अपने पूर्वजों की तस्वीरों की​
​तरफ देख लेना तथा सोचना की क्या​
​उनके जाने से कोई काम रुका है...?​
​जवाब आपको स्वतः ही मिल जायेगा​
​चौरासी लाख योनियों में,​
​एक इंसान ही पैसा कमाता है।​
​अन्य कोई जीव कभी भूखा नहीं मरा,​
​और एक इंसान जिसका कभी पेट नहीं भरा !!​

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