[31/07 7:41 am]
गुरु पूर्णिमा की आप सभी को बधाई
जय गुरुदेव
आइए अपने आराध्य गुरुवर के बताए श्रेष्ठ मार्ग पर चलें,सम्पूर्ण सृष्टि के कल्याण हेतु कार्य करें।
🙏ॐ श्री गुरुवे नम:
आज का दिन, एतिहासिक है..
आज के दिन
🔹डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रामेश्वरम में हुए सुपुर्द ए खाक। पीएम मोदी समेत कई दिगज्जो ने उपस्थित रह दी श्रधांजलि।
🔹मुंबई : 22 साल के बाद याकूब को दे दी गई फांसी।
दो "जनाजे"(अर्थीया)
इक अच्छाइ का, दुसरा बुराई का, इक देश बनाने वाले का तो इक देश को बिगाड़ ने वाले का,
सबसे बडी गौर करने लायक बात ये है कि, दोनो जनाजे "मुसलमान" के है, अगर इक से नफरत है तो क्या दुसरी तरफ इक से प्यार नही है, सम्मान नही है, बेशक है,
इससे यह साबीत हो जाता है कि अच्छाइ किसी मजहब की मोहताज नही, और बुराइ के लिए इस दुनीया मे कोई जगह नही है,
इन्सानीयत को सबक देने वाला बड़ा दिन है ये, और मजहब के नाम पे रस्सा-कशी करने वालो के लिए मिसाल का दीन है,
"ये इनसानीयत की जमीन है, और ये
अमन के आंसमा से मिलना जानती है ।"
गुरु पूर्णिमा की आप सभी को बधाई
जय गुरुदेव
आइए अपने आराध्य गुरुवर के बताए श्रेष्ठ मार्ग पर चलें,सम्पूर्ण सृष्टि के कल्याण हेतु कार्य करें।
🙏ॐ श्री गुरुवे नम:
आज का दिन, एतिहासिक है..
आज के दिन
🔹डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रामेश्वरम में हुए सुपुर्द ए खाक। पीएम मोदी समेत कई दिगज्जो ने उपस्थित रह दी श्रधांजलि।
🔹मुंबई : 22 साल के बाद याकूब को दे दी गई फांसी।
दो "जनाजे"(अर्थीया)
इक अच्छाइ का, दुसरा बुराई का, इक देश बनाने वाले का तो इक देश को बिगाड़ ने वाले का,
सबसे बडी गौर करने लायक बात ये है कि, दोनो जनाजे "मुसलमान" के है, अगर इक से नफरत है तो क्या दुसरी तरफ इक से प्यार नही है, सम्मान नही है, बेशक है,
इससे यह साबीत हो जाता है कि अच्छाइ किसी मजहब की मोहताज नही, और बुराइ के लिए इस दुनीया मे कोई जगह नही है,
इन्सानीयत को सबक देने वाला बड़ा दिन है ये, और मजहब के नाम पे रस्सा-कशी करने वालो के लिए मिसाल का दीन है,
"ये इनसानीयत की जमीन है, और ये
अमन के आंसमा से मिलना जानती है ।"
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