Saturday, September 3, 2016

पीपल के पत्तों जैसा मत बनो,

जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है।

बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो,

जो पिस कर भी दूसरों की जिंदगी में रंग भर देते हैं.

posted from Bloggeroid

No comments:

Post a Comment