*हर इंसान को*
*नमक की तरह होना चाहिये,*
*जो भोजन में रहता है*
*मगर दिखाई नहीं देता*
*और अगर ना हो तो*
*उसकी बहुत कमी महसूस होती है*
*नमक की तरह होना चाहिये,*
*जो भोजन में रहता है*
*मगर दिखाई नहीं देता*
*और अगर ना हो तो*
*उसकी बहुत कमी महसूस होती है*
No comments:
Post a Comment