Sunday, April 17, 2016

बार बार रफू करता रहता हूँ
जिन्दगी की जेब...

कम्बखत फिर भी निकल जाते हैं
खुशियों के कुछ लम्हें...

ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही
ख़्वाहिशों का है.....

ना तो किसी को गम चाहिए और,
ना ही किसी को कम चाहिए....!!

posted from Bloggeroid

No comments:

Post a Comment